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व्याकरण के नजरिए से लिंग (Gender) किसे कहते हैं ? जिस चिह्न से यह बोध होता हो कि अमुक शब्द पुरुष जाति का है अथवा स्त्री जाति का वह लिंग कहलाता है । शब्द के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु आदि के पुरुष जाति अथवा स्त्री जाति के होने का ज्ञान हो उसे लिंग कहते हैं । जैसे- बाघ, बाघिन, लड़का, लड़की इत्यादि । इनमें बाघ और लड़का पुल्लिंग तथा बाघिन और नारी स्त्रीलिंग हैं।
जिस चिह्न से यह बोध होता हो कि अमुक शब्द पुरुष जाति का है अथवा स्त्री जाति का वह लिंग कहलाता है ।
शब्द के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु आदि के पुरुष जाति अथवा स्त्री जाति के होने का ज्ञान हो उसे लिंग कहते हैं ।
जैसे- बाघ, बाघिन, लड़का, लड़की इत्यादि ।
इनमें बाघ और लड़का पुल्लिंग तथा बाघिन और नारी स्त्रीलिंग हैं।
लिंग के भेद- 1. पुल्लिंग जिन संज्ञा शब्दों से पुरुष जाति का बोध हो अथवा जो शब्द पुरुष जाति के अंतर्गत माने जाते हैं वे पुल्लिंग हैं । जैसे- शेर, पेड़, बैल, घर, बालक इत्यादि । 2. स्त्रीलिंग जिन संज्ञा शब्दों से स्त्री जाति का बोध हो अथवा जो शब्द स्त्री जाति के अंतर्गत माने जाते हैं, वे स्त्रीलिंग हैं । जैसे- नारी, छड़ी, गाय, घड़ी, लड़की, कुर्सी इत्यादि ।
1. पुल्लिंग
जिन संज्ञा शब्दों से पुरुष जाति का बोध हो अथवा जो शब्द पुरुष जाति के अंतर्गत माने जाते हैं वे पुल्लिंग हैं ।
जैसे- शेर, पेड़, बैल, घर, बालक इत्यादि ।
2. स्त्रीलिंग
जिन संज्ञा शब्दों से स्त्री जाति का बोध हो अथवा जो शब्द स्त्री जाति के अंतर्गत माने जाते हैं, वे स्त्रीलिंग हैं ।
जैसे- नारी, छड़ी, गाय, घड़ी, लड़की, कुर्सी इत्यादि ।
पुल्लिंग की पहचान 1. आ, आव, पा, पन, न- ये प्रत्यय जिन शब्दों के अंत में हों वे प्रायः पुल्लिंग होते हैं । जैसे- कपड़ा, चढ़ाव, बुढ़ापा, लड़कपन, लेन-देन । 2. पर्वत, मास, वार और कुछ ग्रहों के नाम पुल्लिंग होते हैं । जैसे- हिमालय, विंध्याचल, वैशाख, सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, राहु, केतु । 3. पेड़ों के नाम पुल्लिंग होते हैं । जैसे- आम, शीशम, सागौन, जामुन, बरगद इत्यादि । 4. अनाजों के नाम पुल्लिंग होते हैं । जैसे- गेहूँ, चावल, चना, मटर, जौ, उड़द आदि । 5. द्रव पदार्थों के नाम पुल्लिंग होते हैं । जैसे- पानी, सोना, ताँबा, लोहा, घी, तेल आदि । अपवाद- चांदी । 6. रत्नों के नाम पुल्लिंग होते हैं । जैसे- हीरा, पन्ना, मूँगा, मोती आदि । 7. शरीर के अंगों के नाम सामान्यत: पुल्लिंग होते हैं । जैसे- सिर, मस्तक, दाँत, मुख, कान, गला, हाथ, पाँव, होंठ, तालु, नख, रोम आदि । अपवाद- आँख 8. जल, स्थान और भू-मंडल के भागों के नाम पुल्लिंग होते हैं। जैसे- समुद्र, भारत, देश, नगर, द्वीप, आकाश, पाताल, घर, सरोवर आदि ।
1. आ, आव, पा, पन, न- ये प्रत्यय जिन शब्दों के अंत में हों वे प्रायः पुल्लिंग होते हैं ।
जैसे- कपड़ा, चढ़ाव, बुढ़ापा, लड़कपन, लेन-देन ।
2. पर्वत, मास, वार और कुछ ग्रहों के नाम पुल्लिंग होते हैं ।
जैसे- हिमालय, विंध्याचल, वैशाख, सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, राहु, केतु ।
3. पेड़ों के नाम पुल्लिंग होते हैं ।
जैसे- आम, शीशम, सागौन, जामुन, बरगद इत्यादि ।
4. अनाजों के नाम पुल्लिंग होते हैं ।
जैसे- गेहूँ, चावल, चना, मटर, जौ, उड़द आदि ।
5. द्रव पदार्थों के नाम पुल्लिंग होते हैं ।
जैसे- पानी, सोना, ताँबा, लोहा, घी, तेल आदि ।
अपवाद- चांदी ।
6. रत्नों के नाम पुल्लिंग होते हैं ।
जैसे- हीरा, पन्ना, मूँगा, मोती आदि ।
7. शरीर के अंगों के नाम सामान्यत: पुल्लिंग होते हैं ।
जैसे- सिर, मस्तक, दाँत, मुख, कान, गला, हाथ, पाँव, होंठ, तालु, नख, रोम आदि ।
अपवाद- आँख
8. जल, स्थान और भू-मंडल के भागों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
जैसे- समुद्र, भारत, देश, नगर, द्वीप, आकाश, पाताल, घर, सरोवर आदि ।
स्त्रीलिंग की पहचान 1. जिन संज्ञा शब्दों के अंत में ख होते है, वे स्त्रीलिंग कहलाते हैं । जैसे- आँख, भूख, चोख, राख, कोख, लाख, देखरेख आदि । 2. जिन भाववाचक संज्ञाओं के अंत में ट, वट, या हट होता है, वे स्त्रीलिंग कहलाती हैं । जैसे- झंझट, आहट, चिकनाहट, बनावट, सजावट आदि । 3. अनुस्वारांत, ईकारांत, ऊकारांत, तकारांत, सकारांत संज्ञाएँ स्त्रीलिंग कहलाती है । जैसे- रोटी, टोपी, नदी, चिट्ठी, उदासी, रात, बात, छत, भीत, लू, बालू, दारू, सरसों, खड़ाऊँ, प्यास, वास, साँस आदि । 4. भाषा, बोली और लिपियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं । जैसे- मैथिली, हिन्दी, संस्कृत, देवनागरी, पहाड़ी, तेलुगु, पंजाबी, गुरुमुखी । 5. जिन शब्दों के अंत में इया आता है वे स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- कुटिया, खटिया, चिड़िया आदि । 6. नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं । जैसे- नर्मदा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती आदि । 7. तारीखों और तिथियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं । जैसे- पहली, दूसरी, प्रतिपदा, पूर्णिमा आदि ।
1. जिन संज्ञा शब्दों के अंत में ख होते है, वे स्त्रीलिंग कहलाते हैं ।
जैसे- आँख, भूख, चोख, राख, कोख, लाख, देखरेख आदि ।
2. जिन भाववाचक संज्ञाओं के अंत में ट, वट, या हट होता है, वे स्त्रीलिंग कहलाती हैं ।
जैसे- झंझट, आहट, चिकनाहट, बनावट, सजावट आदि ।
3. अनुस्वारांत, ईकारांत, ऊकारांत, तकारांत, सकारांत संज्ञाएँ स्त्रीलिंग कहलाती है ।
जैसे- रोटी, टोपी, नदी, चिट्ठी, उदासी, रात, बात, छत, भीत, लू, बालू, दारू, सरसों, खड़ाऊँ, प्यास, वास, साँस आदि ।
4. भाषा, बोली और लिपियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
जैसे- मैथिली, हिन्दी, संस्कृत, देवनागरी, पहाड़ी, तेलुगु, पंजाबी, गुरुमुखी ।
5. जिन शब्दों के अंत में इया आता है वे स्त्रीलिंग होते हैं।
जैसे- कुटिया, खटिया, चिड़िया आदि ।
6. नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
जैसे- नर्मदा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती आदि ।
7. तारीखों और तिथियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
जैसे- पहली, दूसरी, प्रतिपदा, पूर्णिमा आदि ।
शब्दों का लिंग-परिवर्तन पुल्लिंग स्त्रीलिंग घोड़ा घोड़ी देव देवी दादा दादी लड़का लड़की ब्राह्मण ब्राह्मणी नर नारी बकरा बकरी चूहा चुहिया चिड़ा चिड़िया बेटा बिटिया गुड्डा गुड़िया लोटा लुटिया माली मालिन कहार कहारिन सुनार सुनारिन लुहार लुहारिन धोबी धोबिन मोर मोरनी हाथी हाथिन सिंह सिंहनी नौकर नौकरानी चौधरी चौधरानी देवर देवरानी सेठ सेठानी जेठ जेठानी पंडित पंडिताइन ठाकुर ठाकुराइन बाल बाला सुत सुता छात्र छात्रा शिष्य शिष्या पाठक पाठिका अध्यापक अध्यापिका बालक बालिका लेखक लेखिका सेवक सेविका तपस्वी तपस्विनी हितकारी हितकारिनी स्वामी स्वामिनी परोपकारी परोपकारिनी पुल्लिंग स्त्रीलिंग पिता माता भाई भाभी नर मादा राजा रानी ससुर सास सम्राट सम्राज्ञी पुरुष स्त्री बैल गाय युवक युवती वैसे प्राणिवाचक शब्द जो हमेशा ही स्त्रीलिंग हैं या पुल्लिंग हैं उन्हें पुल्लिंग अथवा स्त्रीलिंग जताने के लिए उनके साथ‘नर’ व‘मादा’ शब्द लगा देते हैं । जैसे- स्त्रीलिंग पुल्लिंग मक्खी नर मक्खी कोयल नर कोयल गिलहरी नर गिलहरी मैना नर मैना तितली नर तितली बाज मादा बाज खटमल मादा खटमल चील नर चील कछुआ नर कछुआ कौआ नर कौआ भेड़िया मादा भेड़िया उल्लू मादा उल्लू मच्छर मादा मच्छर
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
घोड़ा
घोड़ी
देव
देवी
दादा
दादी
लड़का
लड़की
ब्राह्मण
ब्राह्मणी
नर
नारी
बकरा
बकरी
चूहा
चुहिया
चिड़ा
चिड़िया
बेटा
बिटिया
गुड्डा
गुड़िया
लोटा
लुटिया
माली
मालिन
कहार
कहारिन
सुनार
सुनारिन
लुहार
लुहारिन
धोबी
धोबिन
मोर
मोरनी
हाथी
हाथिन
सिंह
सिंहनी
नौकर
नौकरानी
चौधरी
चौधरानी
देवर
देवरानी
सेठ
सेठानी
जेठ
जेठानी
पंडित
पंडिताइन
ठाकुर
ठाकुराइन
बाल
बाला
सुत
सुता
छात्र
छात्रा
शिष्य
शिष्या
पाठक
पाठिका
अध्यापक
अध्यापिका
बालक
बालिका
लेखक
लेखिका
सेवक
सेविका
तपस्वी
तपस्विनी
हितकारी
हितकारिनी
स्वामी
स्वामिनी
परोपकारी
परोपकारिनी
पिता
माता
भाई
भाभी
मादा
राजा
रानी
ससुर
सास
सम्राट
सम्राज्ञी
पुरुष
स्त्री
बैल
गाय
युवक
युवती
वैसे प्राणिवाचक शब्द जो हमेशा ही स्त्रीलिंग हैं या पुल्लिंग हैं उन्हें
पुल्लिंग अथवा स्त्रीलिंग जताने के लिए उनके साथ‘नर’ व‘मादा’ शब्द लगा देते हैं ।
जैसे-
मक्खी
नर मक्खी
कोयल
नर कोयल
गिलहरी
नर गिलहरी
मैना
नर मैना
तितली
नर तितली
बाज
मादा बाज
खटमल
मादा खटमल
चील
नर चील
कछुआ
नर कछुआ
कौआ
नर कौआ
भेड़िया
मादा भेड़िया
उल्लू
मादा उल्लू
मच्छर
मादा मच्छर
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